उत्तर संख्या :
438 णमोकार महामन्त्र का महत्व अचिन्त्य है। इसके महत्व का पूर्ण विवरण करना अशक्य है। जितने सिध्द हुये हैं, हो रहे हैं, और होंगे वह सब महामन्त्र का ही प्रभाव है। कहा भी है:-
ऐसो पंच जमोयारो, सव्व पाप पणासणो ।
मंगलाणं च सव्वेसिं, पढमं हवइ मंगलम्।
अर्थ - यह पंच नमस्कार मन्त्र सर्व पापों को नाश करने वाला है और सभी मगलों में पहला मंगल है।