उत्तर संख्या :
616 एक बार बालक महावीर कुछ राजकुमारों के साथ आमली क्रीड़ा (लुका -छुपी का
खेल) कर रहे थे, उसी समय स्वर्ग से संगम नाम का देव, सांप का रूप बनाकर परीक्षा के लिये आया। सभी बालक सांप देखकर भयभीत होकर भाग गये, किन्तु बालक महावीर निडरत्तापूर्वक सांप को पकडकर दूर छोड़ आये। तभी संगम वास्तविक देव रूप
में बालक महावीर के पास आया तथा उन्हें नमस्कार कर उनके साहस की प्रशंसा की। उसने उन्हें अतिवीर नाम देकर संम्बोधन किया, तभी से उन्हें अतिवीर कहा जाने लगा।