उत्तर संख्या :
61 मध्यलोक में असंख्यात द्वीप समुद्र है, और यहाँ मनुष्य और तिर्यच रहते हैं। मध्यलोंक का आकार झालर के समान हैं |
उत्तर संख्या :
62 ऊर्ध्वलोक में १६ स्वर्ग, नव ग्रैवेयक, नव अनुदिश, पाँच अनुत्तर विमान और सिध्दशिला है, वहाँ पर स्वर्गों के देव अहमिन्द्र सिध्द रहते हैं। उर्ध्व लोक का आकार मृदंग के समान हैं।
उत्तर संख्या :
63 लोकाकाश के बीचों बीच त्रस नाली है।
उत्तर संख्या :
64 जहाँ पर स्थावर जीवों के अलावा मुख्य रुप से त्रस जीव रहते हैं उसे त्रसनाली कहते हैं।
उत्तर संख्या :
65 त्रसनाली कुछ कम १३ राजु ऊँची और एक राजु चौंडी है।
उत्तर संख्या :
66 लोककी लम्बाई चौड़ाई अधोलोक के तल भाग में लोक की चौड़ाई सात राजु हैं । वहाँ से क्रम से घटते घटते अधोलोक में सात राजु की ऊचाँई पर मध्यलोक की चौड़ाई एक राजु है। और फिर मध्यलोक में साड़े तीन राजु की ऊँचा ईपर ब्रह्मस्वर्ग के पास लोक की चौड़ाई बड़ते -बड़ते उर्ध्व लोक के के मध्य में लोक की चौड़ाई पाँच राजु हैं फिर वहाँ से साढ़े तीन राजु की ऊँचाई पर सिध्दशिला के पास लोक की चौड़ाई एक राजु हैं। मध्यलोक के नीचे सात राजु प्रमाण अधोलोक है। और मध्यलोक के ऊपर सात राजु उर्ध्वलोक है। इसप्रकार लोक की कुल ऊँचाई १४ राजु है।
उत्तर संख्या :
67 लोक की सर्वत्र मोटाई सात राजु है।
उत्तर संख्या :
68 लोकाकाश के बाहर अनंत आकाश अर्थात् आलोकाकाश है ।
उत्तर संख्या :
69 जो स्वयं परिणमन करता है और अन्य द्रब्यों के परिणमन में सहकारी होता हैं उसे काल द्रव्य कहते हैं।
उत्तर संख्या :
70 काल द्रव्य के दो भेद हैं
निश्चय काल २. व्यवहार काल
उत्तर संख्या :
71 जो पुद्गल स्कन्ध टूट जाये, जुड़ जाये किन्तु जोड़ने पर जिनका जोड़
से जाने जा सकते हैं, उन्हें सूक्ष्म स्थूल कहते हैं।
जैसे : पृथ्वी,पत्थर, लकड़ी, आदि घन पदार्थ स्थूल - स्थूल है।
उत्तर संख्या :
72 वर्तना लक्षण वाला निश्चय काल है।
एक समय वाले कालाणु को निश्चय काल कहते है।
उत्तर संख्या :
73 घडी, घण्टा, दिन, रात, आदि के भेद को व्यवहार काल कहते हैं।
उत्तर संख्या :
74 काल द्रव्य अनंत समय वाला है।
उत्तर संख्या :
75 निश्चय काल वर्तमान एक समय वाला है।
उत्तर संख्या :
76 काल द्रव्य असंख्यात हैं।
उत्तर संख्या :
77 काल द्रव्य एक ही प्रदेश वाला है।
उत्तर संख्या :
78 एक पुद्गल परमाणु मंदगति से आकाश के एक प्रदेश से निकट वर्ती दूसरे प्रदेश तक जाने में जो काल लगता है उसे समय कहते हैं।
उत्तर संख्या :
79 काल द्रव्य स्पर्श रस गन्ध और वर्ण रहित होने से अमूर्तिक हैं।
उत्तर संख्या :
80 छह द्रव्यों में से जीव के बिना पाँच द्रव्य अचेतन हैं।